• लगातार प्रदर्शन से बाध‍ित होता है व‍िकास : श्याम सिंह राणा

    हरियाणा सरकार के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने शंभू बॉर्डर और खानोरी बॉर्डर से किसानों को हटाए जाने को लेकर प्रतिक्रिया दी

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    करनाल। हरियाणा सरकार के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने शंभू बॉर्डर और खानोरी बॉर्डर से किसानों को हटाए जाने को लेकर प्रतिक्रिया दी।

    उन्होंने कहा कि धरने पर बैठे किसान पंजाब के किसान थे, जो लंबे समय से वहां पर बैठे हुए थे। जिस प्रदेश में ज्यादा प्रदर्शन होंगे, वो एरिया पिछड़ेगा। प्रदर्शन का अधिकार सबको है, लेकिन अगर आप लगातार प्रदर्शन करेंगे, तो प्रदेश का विकास बाधि‍त होगा। वहां की इंडस्ट्री शिफ्ट कर जाएगी। जब प्रदेश का विकास रुकता है, तो यह सभी के लिए नुकसानदायक होता है। यह किसी एक राज्य के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए हानिकारक है।

    कृषि मंत्री ने आगे कहा, "हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 24 फसलों पर हरियाणा में एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) घोषित करने की किसानों की मांग मान ली और इस पर कोई विरोध नहीं हुआ। पंजाब की सरकार को भी ऐसा ही कदम उठाना चाहिए था, लेकिन अब उन्होंने काफी देर से निर्णय लिया है, फिर भी यह अच्छा है।"

    उल्लेखनीय है कि पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने सीमेंट से बनी दीवारों को हटा दिया है। ये दीवारें किसानों को रोकने के लिए बनाई गई थीं। इस दीवार को हटाने के बाद हरियाणा की ओर से रास्ता साफ कर दिया गया है।

    इसके साथ ही, पंजाब पुलिस ने भी खनौरी और शंभू बॉर्डर से किसानों को हटाकर इलाके को खाली करा ल‍िया है। यह कार्रवाई 19 मार्च की रात को शुरू हुई थी, जिसके बाद हरियाणा पुलिस ने 20 मार्च को अपने हिस्से की बैरिकेडिंग हटाई।

    आपको बता दें कि खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन पिछले साल 13 फरवरी से चल रहा था। किसानों की मांग थी कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दी जाए। एक साल से ज्यादा समय तक चले इस प्रदर्शन के कारण स्थानीय जनजीवन प्रभावित हो रहा था।

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